कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर देहात के डेरापुर ब्लॉक के इंद्रुख गांव में प्रशासनिक आदेशों की अनदेखी का मामला सामने आया है। जिला प्रशासन और बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से स्कूल बंद करने के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद, प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक बहादुर सिंह ने बच्चों के साथ तिरंगा यात्रा निकाल दी। इस यात्रा में बीडीओ डेरापुर विश्राम सिंह, ग्राम प्रधान महेश चंद्र, रोजगार सेवक और अन्य शिक्षक भी मौजूद रहे। आदेश का उल्लंघन होने से शिक्षा विभाग और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं।
बीडीओ विश्राम सिंह का कहना है कि वे वहां प्राथमिक विद्यालय भवन के ध्वस्तीकरण से संबंधित मीटिंग के लिए पहुंचे थे, लेकिन हेड मास्टर ने बच्चों को बुलाकर तिरंगा यात्रा निकाल दी। उनका कहना है कि उन्हें इस आयोजन के निर्देशों की कोई जानकारी नहीं थी। वहीं, प्रधानाध्यापक बहादुर सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि तिरंगा यात्रा ‘हर घर तिरंगा अभियान’ के तहत निकाली गई और कई बच्चे पहले से मौजूद थे, इसलिए उन्हें साथ लेकर यात्रा कर दी।
बीईओ चंद्रजीत सिंह ने बताया कि उच्च अधिकारियों की ओर से सभी विद्यालयों के बंद रहने के निर्देश थे। ऐसे में बच्चों के साथ तिरंगा यात्रा निकालना आदेश की अवहेलना है, जिसकी जांच कराई जाएगी। फिलहाल यह साफ नहीं है कि इस आयोजन की पूर्व अनुमति ली गई थी या नहीं।
स्थानीय स्तर पर इस घटना पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे राष्ट्रप्रेम की भावना से प्रेरित मानते हैं, तो कुछ इसे प्रशासनिक नियमों का उल्लंघन बता रहे हैं। अब नजरें प्रशासन की कार्रवाई पर हैं कि आदेश तोड़ने वालों पर क्या जिम्मेदारी तय की जाती है।