कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर में 215 साल पुरानी जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान इस बार माहौल गरमा गया। रथयात्रा में साउंड सिस्टम को लेकर पनकी हनुमान मंदिर के महंत और पुलिस के बीच विवाद हो गया। पुलिस की ओर से बैंड में केवल दो स्पीकर लगाने की बात कही गई, जिसका महंत और उनके समर्थकों ने विरोध किया। देखते ही देखते नयागंज पीपल वाली कोठी पर सैकड़ों समर्थक धरने पर बैठ गए।
महंत जितेंद्र दास और कृष्ण दास का आरोप है कि पुलिस ने बदसलूकी की और धार्मिक कार्यक्रम में बाधा डाली। इस घटना के विरोध में लोगों ने "पुलिस मुर्दाबाद" के नारे लगाए और इंस्पेक्टर के सस्पेंशन की मांग करने लगे। कई घंटे तक पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक लोग प्रदर्शनकारियों को मनाने की कोशिश करते रहे, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने।
इस दौरान सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी भी मौके पर पहुंचे और हनुमान चालीसा का पाठ किया। गुस्से में महंत बाजार में हाथ जोड़कर घूमे, जिसके बाद व्यापारियों ने भी समर्थन में अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए। महंत ने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया कि रात 8 बजे तक इंस्पेक्टर को सस्पेंड नहीं किया गया, तो वह आत्मदाह कर लेंगे।
मामला बढ़ता देख देर रात प्रशासन ने नयागंज इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया। इसके बाद महंत और उनके समर्थकों ने धरना समाप्त कर दिया। तय समय से चार घंटे देर से जगन्नाथ रथयात्रा निकाली गई। रथयात्रा का यह मार्ग कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों से होते हुए जनरलगंज स्थित मंदिर पर समाप्त हुआ।