कानपुर न्यूज डेस्क: बारिश का मौसम शुरू होते ही कानपुर में शुक्रवार को सावन के पहले दिन शहर की व्यवस्था की पोल खुल गई। सुबह करीब 8:45 बजे तेज गरज और बिजली के साथ शुरू हुई झमाझम बारिश ने महज 45 मिनट में सड़कें, स्टेशन और बस अड्डों को जलमग्न कर दिया। सबसे ज्यादा परेशानी सेंट्रल स्टेशन और झकरकटी बस अड्डे पर देखने को मिली, जहां पानी भरने से यात्रियों की आवाजाही तक रुक गई।
सेंट्रल स्टेशन के सिटी साइड गेट से लेकर पोर्टिको तक दो से तीन फीट तक पानी भर गया। मेट्रो कार्य में लगे मजदूरों ने जैसे-तैसे पानी निकालने का काम शुरू किया और उसे दूर एक मेनहोल तक पहुंचाया गया। मगर इस बीच यात्रियों को कीचड़ और गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ा। कई यात्रियों को ईंटों की सहायता से रास्ता पार करते देखा गया, जबकि छोटे बच्चे बारिश के पानी में भीगते हुए स्टेशन पर पहुंचे।
वहीं, झकरकटी बस अड्डे का भी हाल बुरा रहा। वहां जलभराव के चलते दोपहर 10 बजे से 12 बजे के बीच 17 बसें यात्रियों की कमी के कारण रवाना नहीं हो सकीं। बस अड्डे में चारों तरफ पानी भर जाने से यात्री वहां से निकल नहीं पाए और बसों में चढ़ने तक में उन्हें दिक्कत हुई।
रेलवे ट्रैक पर भी जलभराव हुआ, लेकिन सेंट्रल स्टेशन के वरिष्ठ अधीक्षक अवधेश द्विवेदी ने तत्काल 12 पंप चालू कर दिए, जिससे समय रहते पानी निकाल लिया गया। इसी वजह से ट्रेन संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम ने साफ कर दिया कि मानसून में शहर की तैयारी अभी भी अधूरी है।