कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर में मनमाने गृहकर को लेकर व्यापारी और आम लोग खुलकर विरोध पर उतर आए हैं। व्यापारियों ने साफ ऐलान किया है कि जब तक गलत और बढ़े हुए बिल ठीक नहीं किए जाते, तब तक वे टैक्स जमा नहीं करेंगे। बाजारों में विरोध स्वरूप बैनर भी टांग दिए गए हैं और कई जगहों पर बैठकें हो रही हैं।
नगर निगम ने स्थिति को देखते हुए सात जगहों पर शिविर लगाए हैं, जिनमें चार शनिवार को आयोजित हुए। इन शिविरों में 88 लोगों ने आपत्तियां दर्ज कराईं। कई लोगों ने शिकायत की कि आवासीय संपत्ति को व्यावसायिक दिखाकर कई गुना टैक्स लगा दिया गया है। अफसरों ने भरोसा दिया है कि सभी शिकायतों का निस्तारण किया जाएगा।
व्यापारी संगठनों का कहना है कि गृहकर वसूली में पूरी तरह से मनमानी की जा रही है। युवा व्यापार मंडल और फीटा के पदाधिकारियों ने नगर आयुक्त को ज्ञापन देकर साफ किया कि गलत बिलों के खिलाफ आंदोलन और तेज होगा। व्यापारियों ने यह भी सवाल उठाया कि गृहकर बढ़ाने से पहले लोगों से राय क्यों नहीं ली गई, और जब सुविधाएं ही नहीं मिल रही हैं तो बढ़े हुए टैक्स का औचित्य क्या है।
अब 22 सितंबर को फजलगंज औद्योगिक क्षेत्र में एक विशेष शिविर लगाकर आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। उद्यमियों की मांग है कि हर 15 दिन में एक बैठक होनी चाहिए, ताकि समस्याओं का समाधान समय पर किया जा सके। फिलहाल व्यापारी एकजुट होकर नगर निगम के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए हैं और कह रहे हैं कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, टैक्स जमा नहीं होगा।