कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर के बिल्हौर इलाके में एक दर्दनाक हादसे में गंगा स्नान के दौरान 12 साल की प्रियंका और उसे बचाने पहुंचे उसके दो मामा बलराम (22) और संदीप (20) की डूबने से मौत हो गई। तीनों को तुरंत गोताखोरों की मदद से बाहर निकाला गया और सीएचसी बिल्हौर ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि ये लोग बिना किसी घाट के खुले क्षेत्र में स्नान करने गए थे, जहां हादसा हो गया।
प्रियंका के पिता सर्वेश के बेटे कृष्णा का गुरुवार को मुंडन संस्कार था, जिसमें शामिल होने के लिए बलराम और संदीप अपने परिवार सहित पहुंचे थे। सुबह करीब साढ़े आठ बजे तीनों गंगा नहाने निकले थे। स्नान के दौरान प्रियंका पानी की गहराई और लकुंभी में फंसकर डूबने लगी। उसे बचाने के प्रयास में दोनों मामा भी गहराई में समा गए और बाहर नहीं निकल पाए।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा। गोताखोरों की मदद से तीनों को निकाला गया और तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। तहसीलदार सीपी राजपूत ने जानकारी दी कि तीनों के परिजनों को दैवीय आपदा राहत के तहत चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
सर्वेश के घर में जहां बेटे के मुंडन की खुशी होनी थी, वहां अब मातम पसरा है। हादसे के बाद पूरे गांव में गम का माहौल है। प्रियंका का अंतिम संस्कार अकबरपुर सेंग घाट पर किया गया, जबकि बलराम और संदीप के शव उनके गांव भेजे गए। गंगा दशहरा के दिन कानपुर मंडल में यह अकेला हादसा नहीं था—फर्रुखाबाद में पांच, इटावा में तीन और कुल मिलाकर आठ लोगों की डूबने से मौत की खबर सामने आई है।