कानपुर न्यूज डेस्क: गर्मियों की छुट्टियां शुरू हो चुकी हैं और ऐसे में लाखों लोग घूमने-फिरने के मूड में हैं। कोई एडवेंचर वाली जगह की तलाश में है, तो कोई धार्मिक यात्रा की तैयारी में जुटा है। इस सीज़न में माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए सबसे ज़्यादा भीड़ देखने को मिलती है। अगर आप भी अपने परिवार संग इस पवित्र यात्रा पर निकलने की सोच रहे हैं, लेकिन ये तय नहीं कर पा रहे कि कौन सा सफर का तरीका सही रहेगा, तो आइए हम आपको बताते हैं कौन सा विकल्प आपके लिए बेहतर हो सकता है।
अगर आप फ्लाइट से जाना चाहते हैं, तो सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप कम समय में आराम से पहुंच जाएंगे। लेकिन इसकी सबसे बड़ी परेशानी है खर्चा। एक व्यक्ति के लिए फ्लाइट का एक तरफ का किराया 6000 से 7000 रुपए तक हो सकता है। ऐसे में आने-जाने का कुल खर्च 12 से 14 हजार तक पहुंच जाता है। अगर पूरा परिवार साथ है, तो यह खर्च काफी ज़्यादा हो सकता है। ऐसे में फ्लाइट सिर्फ उन्हीं के लिए सही है जिनका बजट अच्छा है और जो समय बचाना चाहते हैं।
अब बात करते हैं ट्रेन की, जो कि बजट फ्रेंडली और आरामदायक दोनों है। अगर आप स्लीपर कोच में सफर करते हैं, तो एक व्यक्ति के आने-जाने का खर्चा करीब 600 से 800 रुपए के बीच होगा। यानी पूरा परिवार 20 हजार के अंदर यात्रा पूरी कर सकता है। हां, ट्रेन से समय थोड़ा ज्यादा लग सकता है, लेकिन कम खर्च में पूरी फैमिली के साथ सफर करना है, तो ट्रेन सबसे अच्छा ऑप्शन है।
अगर ट्रेन में सीट नहीं मिल रही या कोई और दिक्कत है, तो बस भी एक विकल्प हो सकती है। बस का किराया भी कम होता है, लेकिन लंबा सफर थोड़ा थकाऊ हो सकता है, क्योंकि बैठने की जगह कम होती है और आराम की कमी हो सकती है। साथ ही वैष्णो देवी पहुंचने के बाद चढ़ाई भी करनी होती है, तो कोशिश करें कि सफर ज्यादा थकाऊ न हो। ऐसे में ट्रेन सबसे संतुलित और समझदारी भरा साधन है।