कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर के चिड़ियाघर से एक के बाद एक जानवरों की मौत की खबरें आ रही हैं, जिससे हड़कंप मचा हुआ है। ताजा मामले में सोमवार रात एक बीमार चीतल की मौत हो गई, और इसके ठीक अगले दिन मंगलवार को एक उल्लू की भी जान चली गई। बीते 24 घंटे में दो मौतों के साथ अब यह आंकड़ा और डरावना हो गया है। दरअसल, 14 मई से अब तक कुल 6 जानवरों और पक्षियों की मौत हो चुकी है, जिनमें शेर पटौदी, मोर, सुर्खाब, नीलगाय का बच्चा, हाइना और अब चीतल व उल्लू शामिल हैं।
शेर और मोर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बर्ड फ्लू जैसे लक्षण पाए गए थे, जिससे पशु चिकित्सा विभाग और चिड़ियाघर प्रशासन सतर्क हो गया। शेर पटौदी में तो बर्ड फ्लू की पुष्टि भी हो चुकी है। बाकी जानवरों की मौत का कारण जानने के लिए उनके सैंपल भोपाल स्थित हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज इंस्टीट्यूट भेजे गए हैं। इसी खतरे को देखते हुए चिड़ियाघर को एहतियातन बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने 18 जून से फिर से खोलने की योजना बनाई थी, लेकिन मौजूदा हालात देखते हुए यह फैसला टाल दिया गया है।
चिड़ियाघर में सफाई और निगरानी बढ़ा दी गई है। सभी पिंजरे सैनेटाइज किए जा रहे हैं, जानवरों की सेहत की नियमित जांच की जा रही है, और कर्मचारियों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। विशेषज्ञों की टीम जांच में जुटी है और सभी की नजरें अब भोपाल से आने वाली रिपोर्ट पर टिकी हैं। अगर रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि होती है, तो प्रशासन को और सख्त कदम उठाने पड़ सकते हैं। इन रहस्यमयी मौतों ने न सिर्फ अधिकारियों को, बल्कि आम लोगों को भी चिंता में डाल दिया है।