कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर के सेन पश्चिम पारा थाना क्षेत्र में गल्लामंडी स्थित एक नर्सिंगहोम में 18 दिन पहले हुए प्रसव के बाद शुक्रवार रात एक महिला की मौत हो गई। महिला की पहचान सचेंडी के सीढ़ी इटारा निवासी सीमा (32) के रूप में हुई है। परिजनों का आरोप है कि प्रसव के दौरान डॉक्टरों ने लापरवाही की, जिसकी वजह से महिला की हालत बिगड़ती चली गई।
सीमा को 17 जून को प्रसव पीड़ा होने पर आशा कार्यकर्ता के माध्यम से गल्लामंडी नर्सिंगहोम में भर्ती कराया गया था, जहां उसने बेटे को जन्म दिया। पति अखिलेश कुमार के अनुसार, डिलीवरी के बाद सीमा की तबीयत लगातार बिगड़ती रही, लेकिन नर्सिंगहोम में इलाज के नाम पर केवल टालमटोल होता रहा। पांच दिन बाद उसे रेफर कर दिया गया, जिसके बाद कई अस्पतालों में इलाज कराया गया, लेकिन शुक्रवार रात उर्सला अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
शनिवार सुबह गुस्साए परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर नर्सिंगहोम के गेट के सामने सीमा का शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया। वे डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए 8 लाख रुपये मुआवजे की मांग कर रहे थे। पुलिस के पहुंचने के बाद भी तीन घंटे तक हंगामा चलता रहा। परिजनों का कहना था कि पहले ही उनके पांच बेटियां हैं और अब इलाज में भी आठ लाख रुपये खर्च हो चुके हैं।
सेन पश्चिम पारा थाना प्रभारी कुशल पाल सिंह ने बताया कि बाद में नर्सिंगहोम प्रबंधन और परिजनों के बीच समझौता हो गया, जिसके बाद परिजन शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए चले गए। फिलहाल किसी पक्ष की ओर से तहरीर नहीं दी गई है।