भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने शुक्रवार को इंग्लैंड दौरे के लिए 20 सदस्यीय भारतीय ए टीम का ऐलान कर दिया है। इस दौरे के तहत भारत ए, इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो फर्स्ट क्लास मुकाबले खेलेगा और एक इंट्रा-स्क्वाड मैच भी होगा। इस महत्वपूर्ण दौरे के लिए पूर्व भारतीय बल्लेबाज ऋषिकेश कानिटकर को टीम का कोच नियुक्त किया गया है।
यह दौरा न केवल भारत ए टीम के लिए एक अहम चुनौती है, बल्कि भारतीय क्रिकेट की अगली पीढ़ी के सितारों के लिए खुद को साबित करने का बड़ा मंच भी है।
🔹 युवा ब्रिगेड को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय अनुभव
BCCI के इस निर्णय का मकसद स्पष्ट है—युवा खिलाड़ियों को इंग्लैंड जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में खेलने का मौका देना, ताकि वे इंटरनेशनल क्रिकेट की मांगों के लिए तैयार हो सकें। भारत ए टीम के खिलाड़ियों को तेज हवा, स्विंग, सीम और इंग्लिश पिचों पर गेंदबाजों की विविधताओं से निपटना सिखाने का यह बेहतरीन अवसर है।
इंग्लैंड दौरा जून-जुलाई 2025 के दौरान प्रस्तावित है और इसमें दो फर्स्ट क्लास मैचों के अलावा एक इंट्रा-स्क्वाड मुकाबला भी शामिल है।
🧠 ऋषिकेश कानिटकर: अनुभवी कोच, बेहतरीन गाइड
टीम के कोच बने ऋषिकेश कानिटकर का अनुभव इस युवा टीम के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है। भारत के लिए 2 टेस्ट और 34 वनडे खेलने वाले कानिटकर ने हाल के वर्षों में भारतीय महिला टीम के साथ बतौर बैटिंग कोच उल्लेखनीय कार्य किया है। 2023 में टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान भी उनकी कोचिंग में महिला टीम ने शानदार प्रदर्शन किया।
टाइम्स ऑफ इंडिया के पत्रकार गौरव गुप्ता के अनुसार, BCCI के एक सीनियर अधिकारी ने बताया:
"कानिटकर के पास खिलाड़ियों के साथ काम करने का अच्छा अनुभव है। उनकी रणनीतिक सोच और कोचिंग से भारतीय खिलाड़ियों को इंग्लैंड की परिस्थितियों में खुद को ढालने में काफी मदद मिलेगी।"
इंडिया ए टीम की घोषणा: कुछ प्रमुख चेहरे
इंग्लैंड दौरे के लिए चुनी गई टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी शामिल हैं जो पहले से इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी पहचान बना चुके हैं, और कुछ ऐसे युवा चेहरे हैं जो भविष्य में टीम इंडिया की रीढ़ बन सकते हैं।
टीम इस प्रकार है:
इनमें से कई खिलाड़ी जैसे शुभमन गिल, ईशान किशन और यशस्वी जायसवाल पहले ही इंटरनेशनल स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, वहीं सरफराज खान, ध्रुव जुरेल और नितीश रेड्डी जैसे खिलाड़ी इस दौरे से खुद को साबित करने के लिए बेकरार होंगे।
भारत ए का शेड्यूल
टीम का इंग्लैंड दौरे का पूरा कार्यक्रम इस प्रकार है:
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30 मई - 2 जून: इंग्लैंड लायंस बनाम भारत ए (कैंटरबरी)
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6 जून - 9 जून: इंग्लैंड लायंस बनाम भारत ए (नॉर्थम्पटन)
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13 जून - 16 जून: इंट्रा-स्क्वाड मैच (बेकेनहैम)
यह शेड्यूल खिलाड़ियों को लगातार खेलने का मौका देगा, जिससे वे विभिन्न परिस्थितियों में अपने खेल को ढाल सकें और एक बेहतर ऑलराउंड क्रिकेटर बनकर उभरें।
भविष्य की तैयारियों की झलक
यह दौरा सिर्फ एक सीरीज भर नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य की तैयारी है। यह वही टीम है जहां से अगली टेस्ट टीम के खिलाड़ी निकल सकते हैं। इसी मंच पर अच्छा प्रदर्शन कर खिलाड़ी चयनकर्ताओं का ध्यान खींच सकते हैं और भारतीय सीनियर टीम में अपनी जगह पक्की कर सकते हैं।
ऋषिकेश कानिटकर की कोचिंग, इंग्लिश परिस्थितियों का अनुभव, और युवा खिलाड़ियों की ऊर्जा—इन सबके संगम से यह उम्मीद की जा सकती है कि भारत ए टीम इंग्लैंड दौरे पर शानदार प्रदर्शन करेगी।
निष्कर्ष
भारत ए का इंग्लैंड दौरा सिर्फ एक दौरा नहीं, बल्कि एक अवसर है। यह दौरा साबित कर सकता है कि भारतीय क्रिकेट में बेंच स्ट्रेंथ कितनी मजबूत है। ऋषिकेश कानिटकर जैसे अनुभवी कोच की मौजूदगी और युवा जोश के साथ, यह टीम न केवल इंग्लैंड में अच्छा खेलेगी बल्कि आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।
अब देखना होगा कि कौन सा युवा खिलाड़ी इस दौरे को अपने करियर का टर्निंग पॉइंट बनाता है। क्या यह दौरा किसी नए विराट कोहली, रोहित शर्मा या जसप्रीत बुमराह को जन्म देगा? जवाब जून-जुलाई में इंग्लैंड की पिचों पर मिलेगा।