कानपुर न्यूज डेस्क: जांच एजेंसियों को दिल्ली विस्फोट से करीब 25 दिन पहले कानपुर में डॉ. शाहीन के होने के इनपुट मिले थे। इसके बाद कमिश्नरी पुलिस और अन्य एजेंसियों ने शहर के संवेदनशील इलाकों में टीमों को सक्रिय कर दिया। चकेरी, जाजमऊ, रेलबाजार और कैंट क्षेत्र में पुलिस और खुफिया टीमें डॉ. शाहीन की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज छोड़ने के बाद डॉ. शाहीन लखनऊ, कानपुर, इटावा और फतेहपुर समेत आसपास के शहरों में आवाजाही करता रहा। जांच एजेंसियों को जानकारी मिली कि वह अगस्त में लखनऊ गया और वहां से डॉ. परवेज के साथ कानपुर पहुंचा। इस दौरान उसने किन स्थानों का दौरा किया और किन लोगों से संपर्क किया, इसकी गहन पड़ताल की जा रही है।
जांच में यह भी पता चला कि दिल्ली ब्लास्ट के लिए शहर से दो पुरानी कारें खरीदी गई थीं। इन कारों की खरीद कानपुर में हुई और इसे एक ही विक्रेता से खरीदा गया। एजेंसियां इन दोनों लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही हैं। इसके अलावा कारों के भुगतान और खरीदारों के एड्रेस प्रूफ की भी जांच की जा रही है।
संदिग्धों की सोशल मीडिया गतिविधियों और फ्रेंड लिस्ट की भी जांच की जा रही है। इसके साथ ही शहर में टोल प्लाजा, होटलों और संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। एजेंसियां यह सुनिश्चित कर रही हैं कि किसी भी संदिग्ध या बाहरी व्यक्ति की गतिविधि छूट न जाए और सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ाई जाए।