कानपुर न्यूज डेस्क: 1 जनवरी, बुधवार को उत्तर प्रदेश में नए साल की शुरुआत शीतलहर और कोहरे के साथ हुई है। लखनऊ, कानपुर, अमेठी, हाथरस समेत 47 जिलों में शीतलहर चल रही है। साथ ही, 40 शहरों में कोहरे की चादर भी फैली हुई है, जिससे विजिबिलिटी मात्र 100 मीटर तक सीमित हो गई है। अधिकतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है, और रात का पारा 7 डिग्री तक रिकॉर्ड किया गया। बुलंदशहर प्रदेश का सबसे ठंडा शहर रहा।
मौसम विभाग का शीतलहर का अलर्ट
मौसम विभाग ने प्रदेश के 47 जिलों में शीतलहर और कोल्डवेव का अलर्ट जारी किया है। इसमें प्रमुख रूप से लखनऊ, अमेठी, हाथरस, कानपुर, मेरठ, गाजियाबाद, रायबरेली, वाराणसी, मिर्जापुर, फतेहपुर, प्रयागराज, औरैया और कई अन्य जिले शामिल हैं। इन जिलों में शीतलहर की तीव्रता बढ़ने की संभावना जताई गई है, और अधिकतम तापमान में गिरावट का भी अनुमान है।
आने वाले दिनों में मौसम का पूर्वानुमान
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तर भारत में पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण गलन और ठंड बढ़ गई है। 2 जनवरी से 6 जनवरी तक एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत और पश्चिमी हिमालय के मैदानी इलाकों में प्रभाव डाल सकता है। 2 जनवरी को मौसम साफ रहेगा, हालांकि सुबह और शाम हल्का कोहरा रह सकता है। 3 जनवरी को शीतलहर और कोहरे का असर जारी रहेगा।
कोहरा और शीतलहर का असर जारी रहेगा
मौसम विभाग के अनुसार, 4 जनवरी तक कोहरा जारी रहेगा और ठंड की स्थिति बनी रहेगी। इसके बाद 6 जनवरी से बारिश की संभावना है, जो मौसम में बदलाव ला सकती है। इन मौसम स्थितियों के चलते उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में नागरिकों को ठंड से बचने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाए रखना जरूरी है।
विजिबिलिटी कम, यातायात पर असर
कोहरे की वजह से प्रदेश के कई हिस्सों में विजिबिलिटी 100 मीटर तक कम हो गई है, जिससे सड़क यातायात प्रभावित हो रहा है। खासकर सुबह और शाम के समय दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने सभी जिलों के अधिकारियों को सर्तक रहने और नागरिकों को ठंड और कोहरे से बचने के उपायों के बारे में जागरूक करने का निर्देश दिया है।