कानपुर न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को बड़ी सौगात मिली है। कानपुर से कबरई तक बनने वाला ग्रीन फोरलेन हाईवे न सिर्फ हमीरपुर, सुमेरपुर और मौदहा जैसे इलाकों को जोड़ेगा, बल्कि पूरे क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक तस्वीर बदलने की क्षमता रखता है। लगभग 3700 करोड़ की लागत से बनने वाले इस हाईवे को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। अब यह हाइवे कानपुर से पश्चिम दिशा में जाएगा और यमुना-बेतवा नदी पर बन रहे पुलों से होकर गुजरेगा।
इस परियोजना से इलाके के व्यापारियों, किसानों और युवाओं में जबरदस्त उत्साह है। इससे भारी वाहनों का ट्रैफिक कस्बों से हटकर हाईवे पर शिफ्ट होगा, जिससे दुर्घटनाएं घटेंगी और जाम से राहत मिलेगी। बाजारों में भीड़ कम होगी, जिससे व्यवसायियों को लाभ होगा। कृषि उत्पाद अब आसानी से बड़े बाज़ारों तक पहुंच सकेंगे, और ज़मीन अधिग्रहण से किसानों को मुआवज़ा और रोजगार के नए अवसर मिल सकते हैं।
हाईवे के आसपास ढाबे, पेट्रोल पंप, होटल जैसे व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुलने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, इस बेहतर कनेक्टिविटी से क्षेत्र में पर्यटन और निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा। कुल मिलाकर, ये सड़क परियोजना सिर्फ एक निर्माण कार्य नहीं बल्कि पूरे बुंदेलखंड को प्रगति की ओर ले जाने वाला इंजन साबित हो सकती है।