कानपुर न्यूज डेस्क: आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने किसानों की मदद के लिए एक अनोखी सोलर डिहाइड्रेटेड मशीन विकसित की है, जो फसल, फल और सब्जियों को सुरक्षित और प्राकृतिक तरीके से सुखाने में मदद करेगी। अक्सर किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पाता, क्योंकि फसल जल्दी खराब हो जाती है या बाजार तक पहुँचाने में दिक्कत होती है। इस समस्या को हल करने के लिए आईआईटी कानपुर ने यह मशीन तैयार की है, जो पूरी तरह से सूरज की रोशनी से संचालित होती है। इसकी मदद से किसान बिना किसी केमिकल के अपनी उपज को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं और बाद में अच्छे दामों पर बेच सकते हैं।
आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह मशीन सौर ऊर्जा से गर्मी उत्पन्न करके फसलों को प्राकृतिक रूप से सुखाती है, जिससे उनकी गुणवत्ता और पोषण तत्व बरकरार रहते हैं। मशीन में स्टील का चेंबर और एक खास पैनल लगा होता है, जिसमें रखी गई उपज गर्म हवा से जल्दी सूख जाती है। इस तकनीक का प्रशिक्षण देने के लिए रंजीत सिंह रोजी शिक्षा केंद्र के सहयोग से किसानों के लिए एक विशेष कार्यक्रम भी शुरू किया गया है। शुरुआती चरण में शिवराजपुर के किसानों को प्रशिक्षित किया गया है, और जल्द ही यह सुविधा उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों और पूरे देश में उपलब्ध कराई जाएगी।
डॉ रीता सिंह के अनुसार, आईआईटी कानपुर ने चार एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन) में यह मशीन स्थापित की है, जहाँ किसान बिना किसी शुल्क के इसका उपयोग और प्रशिक्षण ले सकते हैं। मशीन में लगे ट्रे और पैनल सिस्टम के जरिए सूरज की रोशनी से गर्मी उत्पन्न होती है, जिससे फसल को सुरक्षित तरीके से सुखाया जा सकता है। इस प्रक्रिया में निकलने वाला धुआं चिमनी से बाहर निकल जाता है, जिससे पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं होता। इस तकनीक के जरिए किसान अब अपनी उपज को अधिक समय तक स्टोर कर सकते हैं और सही समय पर बेहतर कीमत में बेच सकते हैं।