पुतिन का एक इशारा और एक्टिव हो जाती है 'किलिंग मशीन', धरती-आकाश-समुद्र छोड़िए, दुश्मन का दिमाग तक कर देती है सुन्न
रूस को एक सैन्य महाशक्ति के रूप में जाना जाता है, जिसकी वजह केवल उसके विशाल हथियार भंडार या परमाणु क्षमता तक सीमित नहीं है। रूस की वास्तविक ताकत उसकी बेहद अनुशासित और जटिल कमांड-स्ट्रक्चर में निहित है, जिसे अक्सर रूसी वॉर मशीन कहा जाता है। रूसी सेना की यह संरचना राजनीतिक नेतृत्व, सैन्य प्रशासन, रणनीतिक दिमाग और फील्ड फोर्सेज़—इन चार मुख्य शाखाओं के बीच नियंत्रित समन्वय पर आधारित है।
सेना का सुप्रीम कमांडर: राष्ट्रपति
रूस में सेना का अंतिम और सर्वोच्च नियंत्रण सीधे राष्ट्रपति के हाथों में होता है। रूसी संविधान उन्हें सशस्त्र बलों का सुप्रीम कमांडर-इन-चीफ घोषित करता है। उनकी भूमिका केवल प्रतीकात्मक नहीं है, बल्कि वह सैन्य शक्ति का राजनीतिक केंद्र हैं।
राष्ट्रपति की भूमिकाएँ निम्नलिखित हैं: