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मुंबई की हवा पर रखी जाएगी कानपुर की नज़र, IIT ने बनाया ‘मानस’ सिस्टम

कानपुर न्यूज डेस्क: मुंबई में हवा की गुणवत्ता अब कहीं ज़्यादा सटीक तरीके से नापी जाएगी। इसके लिए आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने Mumbai Air Network for Advanced Sciences (MANAS) तैयार किया है। यह नेटवर्क रियल-टाइम में बताएगा कि शहर के किस इलाके में हवा कितनी स्वच्छ है और कहाँ प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच रहा है।

इससे पहले मुंबई में सिर्फ कुछ बड़े एयर क्वालिटी मॉनिटर ही लगे थे, जिससे पूरे शहर का सही डेटा नहीं मिल पाता था। प्रो. सच्चिदानंद त्रिपाठी की टीम ने ऐसे छोटे-छोटे सेंसर बनाए हैं जिन्हें किसी भी इलाके में आसानी से लगाया जा सकता है। ये सौर ऊर्जा से चलते हैं और कम लागत वाले हैं, इसलिए इनकी संख्या तेजी से बढ़ाई जा सकेगी।

शुरुआत में 30 सेंसर लगाए गए थे और अब 75 से अधिक नए सेंसर भी शहर में इंस्टॉल किए जा रहे हैं। पहले 25-25 किमी की दूरी पर एक सेंसर होने से यह पता नहीं चलता था कि मोहल्ले-स्तर पर हवा कितनी खराब है, अब हर जगह से ताज़ा जानकारी म Read more...

16 कोच, 827 बर्थ और 160 किमी की रफ्तार... देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का रूट हुआ फाइनल, जानिए पूरी डिटेल

भारत में लंबी दूरी की रेल यात्रा अब एक नए आयाम पर पहुँचने वाली है। भारतीय रेलवे के यात्रियों के लिए खुशखबरी है कि इसी वर्ष दिसंबर के अंत तक देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन पटरियों पर दौड़ने लगेगी। यह ट्रेन गति, आराम और आधुनिकता का एक बेहतरीन मिश्रण होगी, जिसमें तेजस की स्पीड, राजधानी के आराम और वंदे भारत की अत्याधुनिक तकनीक समाहित होगी।

इंडियन रेलवे ने ट्रायल रन की तैयारी जोरों पर शुरू कर दी है। रेलवे के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बेंगलुरु की भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) फैक्ट्री में इसके दो रैक तैयार हो रहे हैं, जिनमें से एक की फिनिशिंग पूरी हो चुकी है। पहला रैक 12 दिसंबर को उत्तर रेलवे के लिए रवाना होगा।

पटना-दिल्ली रूट पर होगा ट्रायल और नियमित परिचालन

रेलवे सूत्रों के अनुसार, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पहला ट्रायल रन पटना-दिल्ली रूट पर शुरू होगा।

  • नियमित संचालन: अधिकारियों ने पुष्टि की है कि ट्रायल रन सफल होने और र Read more...

अफगानिस्तान-पाकिस्तान में फिर लड़ाई शुरू, दोनों तरफ से दागे जा रहे रॉकेट, तालिबान के कई गांव खाली

अफगानिस्तान और पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा एक बार फिर गोलियों की गूँज से सहम उठी है। अफगानिस्तान के कंधार प्रांत के स्पिन बोलदक जिले में दोनों देशों की सेनाएं अचानक आमने-सामने आ गईं, जिसके बाद हल्के से लेकर भारी हथियारों तक का जमकर इस्तेमाल शुरू हो गया। स्थानीय सूत्रों ने अफगान मीडिया को बताया है कि यह झड़प इतनी तेज है कि डूरंड लाइन के दोनों ओर रहने वाले लोग दहशत में आकर अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगहों की ओर भागने को मजबूर हो गए हैं।

अफगान बॉर्डर पुलिस के प्रवक्ता अबेदुल्लाह फारूकी ने पुष्टि की है कि संघर्ष की शुरुआत पाकिस्तान की तरफ से हुई।

पाकिस्तान-अफगानिस्तान झड़प: ग्रेनेड से शुरुआत

अफगान अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तानी सैनिकों ने अचानक ग्रेनेड फेंकना शुरू कर दिया, जबकि अफगान बल संघर्षविराम का सख्ती से पालन कर रहे थे।

  • जवाबी फायरिंग: फारूकी ने कहा कि अफगान सैनिकों ने जवाबी फायरिंग तभी की जब पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा। इसक Read more...

सिर्फ 5 साल या पूरे 10 साल? 2.5 लाख की लंप सम इन्वेस्टमेंट 2030 और 2035 में कितना बढ़ेगी, जानिए पूरा गणित

निवेश मार्केट में एक कहावत बहुत प्रचलित है: 'समय सबसे बड़ा फैक्टर है, पैसा नहीं'। यह बात खासकर लंप सम निवेश (एकमुश्त निवेश) पर पूरी तरह लागू होती है। अगर आप अपने ₹2.5 लाख जैसे छोटे निवेश को कहाँ और कितने समय के लिए लगाते हैं, यह आपके अंतिम रिटर्न पर चौंकाने वाला असर डाल सकता है।

म्यूचुअल फंड में औसत 12% की सालाना बढ़त का अनुमान लगाकर, हम 2030 और 2035 के आंकड़ों की तुलना करके समझते हैं कि कंपाउंडिंग की शक्ति कैसे काम करती है।

₹2.5 लाख का लंप सम निवेश: 2030 (5 साल)

यदि कोई निवेशक आज ₹2.5 लाख का एकमुश्त निवेश करता है और इसे केवल 5 साल (यानी 2030 तक) के लिए छोड़ देता है, तो कंपाउंडिंग की शक्ति सीमित दायरे में काम करती है।

विवरण अवधि अनुमानित रिटर्न दर कुल मैच्योरिटी राशि (अनुमानित)
निवेशित अवधि 5 साल 12% Read more...

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बिग बॉस 19 से बाहर हुए शहबाज़ बदेशा ने शेयर किया अपना अनुभव



बिग बॉस 19 से हाल ही में बाहर हुए शहबाज़ बदेशा ने अपने घर के अंदर के अनुभव और बनाए गए रिश्तों के बारे में खुलकर बात की। जब उनसे पूछा गया कि वह किसे सपोर्ट करते थे, तो उन्होंने साफ कहा कि उनके लिए अमाल सबसे पसंदीदा कंटेस्टेंट थे। उन्होंने बताया, “अभिषेक मुझे बाहर से पसंद था, लेकिन घर में उसकी असलियत देखकर मैंने महसूस किया कि वह मेरे टाइप का नहीं है। अमाल मेरे टाइप का है।”

शहबाज़ ने यह भी बताया कि क्यों शहनाज़ गिल ने उनके लिए वोट अपील नहीं की। उनके अनुसार, “वो जानती थी कि अगर यह कही बाहर हो गया तो प्रॉब्लम हो जायेगी, मेरे लिए नहीं माँगा किसी और लिए माँगा, सब सब बराबर ही है।” उनकी बातें साफ-साफ दिखाती हैं कि उन्हें घर के अंदर की गेम डाइनामिक्स और रिश्तों की अच्छा समझ है।

अपने सफर के बारे में फैंस की निराशा पर बात करते हुए शहबाज़ ने कहा कि उन्होंने अपनी पूरी कोशिश की। “अगर आप निराश ह Read more...

11 गेंद की पारी में वैभव सूर्यवंशी ने 100 के स्ट्राइक रेट से बनाए रन, 2 चौके में दहल गए गेंदबाज

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) 2025 में, अपनी तूफानी बल्लेबाजी और सबसे कम उम्र के खिलाड़ी के तौर पर सुर्खियाँ बटोरने वाले बिहार के 14 वर्षीय ओपनर वैभव सूर्यवंशी का बल्ला हैदराबाद के खिलाफ हुए मुकाबले में खामोश रहा। एलीट ग्रुप बी के इस मैच में, वैभव अपनी लय से भटके हुए दिखे और महज़ 11 गेंदों में 11 रन बनाकर आउट हो गए। इस संक्षिप्त पारी में उन्होंने केवल 2 चौके लगाए।

यह प्रदर्शन वैभव के पिछले दो मैचों की दमदार बल्लेबाजी के बिल्कुल विपरीत था, जहाँ उन्होंने अपनी विस्फोटक क्षमता का प्रदर्शन किया था।

लगातार दमदार पारियों के बाद भटकी लय

SMAT में वैभव सूर्यवंशी ने इससे पहले अपनी प्रतिभा की झलक दिखाई थी, लेकिन हैदराबाद के सामने वह बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहे:

  • गोवा के खिलाफ: उन्होंने एक बेहतरीन 46 रनों की पारी खेली थी।

  • महाराष्ट्र के खिलाफ: उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 108 रन बनाए थे।

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8 घंटे की लगातार नींद नहीं है ज़रूरी? विशेषज्ञ बोले- दो चरणों में सोना भी हो सकता है फ़ायदेमंद! आप भी जानें

मुंबई, 5 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) सदियों से 8 घंटे की लगातार नींद को स्वस्थ जीवन की कुंजी माना जाता रहा है, लेकिन स्लीप एक्सपर्ट्स (नींद विशेषज्ञ) अब इस पारंपरिक सोच पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि हर किसी के लिए एक ही नियम लागू नहीं होता, और सोने को दो हिस्सों (Biphasic Sleep) में बाँटना—जो कि औद्योगिक क्रांति से पहले आम था—कुछ लोगों के लिए अधिक स्वाभाविक और आरामदायक हो सकता है।

😴 8 घंटे की अखंड नींद बनाम खंडित नींद

विशेषज्ञ बताते हैं कि सोने का पैटर्न एक 'वन-साइज-फिट्स-ऑल' समाधान नहीं है।
  • लगातार 8 घंटे की नींद (Monophasic Sleep): यह आज के औद्योगिक समाज में सबसे आम है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह शरीर को गहरी नींद (Deep Sleep) और आरईएम (REM) स्लीप चरणों से गुज़रने में मदद करता है, जो स्मृति, भावनात्मक संतुलन और शारीरिक मरम्मत के लिए सबसे अच्छे हैं। अधिकांश ल Read more...

AI एजेंट्स को प्रशिक्षित करने के लिए सिलिकॉन वैली ने बनाए Amazon और Gmail जैसे नकली प्लेटफॉर्म

मुंबई, 5 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) सिलिकॉन वैली की दिग्गज टेक कंपनियाँ, जिनमें Amazon, Google और Microsoft जैसे नाम शामिल हैं, अब एक नए और अभिनव तरीके से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एजेंट्स को प्रशिक्षित कर रही हैं। ये कंपनियाँ AI एजेंट्स को इंसानों की तरह डिजिटल दुनिया में नेविगेट करने और काम करने के लिए सिखाने हेतु Amazon और Gmail जैसे लोकप्रिय वेब प्लेटफॉर्मों की हूबहू नकली प्रतियां (replicas) बना रही हैं। इस कदम का उद्देश्य AI प्रणालियों को वास्तविक दुनिया की जटिलताओं के लिए तैयार करना है, ताकि वे बिना किसी वास्तविक उपयोगकर्ता या लाइव सिस्टम को जोखिम में डाले, सुरक्षित रूप से सीख सकें।

पारंपरिक AI प्रशिक्षण विधियाँ अक्सर व्यवस्थित (sanitized) डेटासेट पर निर्भर करती रही हैं, जो AI एजेंट्स को वेब इंटरैक्शन की अप्रत्याशित प्रकृति के लिए पूरी तरह तैयार नहीं कर पाती थीं। इस समस्या को हल करने के लिए, कंपनियाँ अब पूर्ण Read more...

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फैक्ट चेक: धीरेंद्र शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा का नहीं है जनसैलाब का ये वीडियो

बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों दिल्ली से वृंदावन तक 'सनातन एकता पदयात्रा' निकाल रहे हैं, जो 7 से 16 नवंबर तक जारी रहेगी। इस यात्रा में भक्तों की भारी भीड़ जुटने की खबरें सामने आ रही हैं। इसी बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें किसी खुले मैदान में जमा हुए जनसैलाब को देखा जा सकता है। वीडियो साझा करने वाले लोग इसे धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा की सफलता का संकेत बताते हुए कैप्शन लिख रहे हैं, “यह जन सैलाब किस बात का संकेत दे रहा है हिंदू पदयात्रा सफल हो…”। हालांकि, जयपुर वोकल्स फ़ैक्ट चेक की पड़ताल में यह दावा भ्रामक पाया गया है। वायरल हो रहा यह वीडियो धीरेंद्र शास्त्री की हालिया पदयात्रा का नहीं है, बल्कि यह किसी अन्य धार्मिक आयोजन से संबंधित एक पुराना वीडियो है।

सच्चाई की पड़ताल: “जयगुरुदेव” संस्था का है वीडियो

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले वीडियो में दिखने वाले व Read more...

मेरा गाँव मेरा देश

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