News Update

एनआईए की कानपुर रेंज में बड़ी छापेमारी, पेट्रोल पंप पर भी तलाशी

कानपुर न्यूज डेस्क: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कानपुर रेंज के कई जिलों में एक साथ बड़े पैमाने पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई एक संवेदनशील मामले की जांच के तहत की गई है, जिसमें संदिग्ध गतिविधियों और संभावित लिंक की जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, एनआईए की टीमें तड़के अलग-अलग स्थानों पर पहुंचीं और स्थानीय पुलिस के सहयोग से तलाशी अभियान शुरू किया।

कानपुर देहात में एक पेट्रोल पंप पर की गई रेड इस कार्रवाई का मुख्य हिस्सा रही। सुबह-सुबह टीम के पहुंचते ही इलाके में हलचल बढ़ गई। एनआईए ने पेट्रोल पंप के ऑफिस, स्टोरेज एरिया और रिकॉर्ड रूम की बारीकी से जांच की। इस दौरान औरैया पुलिस भी मौजूद रही और पूरे परिसर को सुरक्षा घेरे में रखा गया।

जांच एजेंसी को पेट्रोल पंप से महत्वपूर्ण डिजिटल दस्तावेज, सीसीटीवी फुटेज और वित्तीय लेनदेन के रिकॉर्ड मिल सकते हैं। टीम ने कर्मचारियों और प्रबंधन से भी पूछताछ की, जिसमें लेनदेन, संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों के Read more...

बंगाल में बाबरी मस्जिद: हाईकोर्ट का दखल देने से इनकार, हुमायूं कबीर के हौसले बुलंद, अब क्‍या करेंगी ममता दीदी?

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में 6 दिसंबर को प्रस्तावित 'बाबरी मस्जिद' के शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। इस मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया है, जिससे राज्य की ममता बनर्जी सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं और इलाके में तनाव बढ़ने की आशंका है।

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से निलंबित मुर्शिदाबाद के भरतपुर से विधायक हुमायूं कबीर ने 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद की नींव रखने का ऐलान किया है। यह तारीख इसलिए संवेदनशील है क्योंकि 6 दिसंबर को ही अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाया गया था। कबीर के इस ऐलान से राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव और कानून-व्यवस्था को लेकर चिंताएँ बढ़ गईं थीं।

हाईकोर्ट ने हस्तक्षेप करने से किया इनकार

इस प्रस्तावित शिलान्यास कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग करते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी। शुक्रवार को इस याचिका पर सुनवाई करते हुए, हाईकोर्ट ने कार्यक्रम पर कोई हस्तक्षेप करने से इनकार कर द Read more...

पुतिन का एक इशारा और एक्टिव हो जाती है 'किलिंग मशीन', धरती-आकाश-समुद्र छोड़िए, दुश्मन का दिमाग तक कर देती है सुन्न

रूस को एक सैन्य महाशक्ति के रूप में जाना जाता है, जिसकी वजह केवल उसके विशाल हथियार भंडार या परमाणु क्षमता तक सीमित नहीं है। रूस की वास्तविक ताकत उसकी बेहद अनुशासित और जटिल कमांड-स्ट्रक्चर में निहित है, जिसे अक्सर रूसी वॉर मशीन कहा जाता है। रूसी सेना की यह संरचना राजनीतिक नेतृत्व, सैन्य प्रशासन, रणनीतिक दिमाग और फील्ड फोर्सेज़—इन चार मुख्य शाखाओं के बीच नियंत्रित समन्वय पर आधारित है।

सेना का सुप्रीम कमांडर: राष्ट्रपति

रूस में सेना का अंतिम और सर्वोच्च नियंत्रण सीधे राष्ट्रपति के हाथों में होता है। रूसी संविधान उन्हें सशस्त्र बलों का सुप्रीम कमांडर-इन-चीफ घोषित करता है। उनकी भूमिका केवल प्रतीकात्मक नहीं है, बल्कि वह सैन्य शक्ति का राजनीतिक केंद्र हैं।

राष्ट्रपति की भूमिकाएँ निम्नलिखित हैं:

  • युद्ध की घोषणा और समाप्ति: राष्ट्रपति ही तय कर सकते हैं कि युद्ध शुरू करना है या रोकना है।

  • सामरिक सैन्य नीति: देश की Read more...

Home Loan EMI: 50 लाख रुपये के होम लोन पर 18 लाख की बचत, सीए ने बताई ईएमआई बचाने की ट्रिक, आप भी आजमा सकते हैं

होम लोन लेना किसी भी व्यक्ति के जीवन का एक बड़ा वित्तीय निर्णय होता है, जिसे चुकाने में कमाई का एक बड़ा हिस्सा निकल जाता है। अक्सर यह देखा गया है कि लंबी अवधि (20 से 30 साल) के चलते ग्राहक बैंक को ली गई मूलधन राशि की लगभग दोगुनी रकम ब्याज के रूप में चुका देता है। लेकिन वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ स्मार्ट ट्रिक्स का इस्तेमाल करके लोन चुकाने की अवधि और कुल ब्याज की राशि को काफी कम किया जा सकता है।

ऐसी ही एक कारगर ट्रिक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) नितिन कौशिक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की है। कौशिक बताते हैं कि अगर सही तरीके से वित्तीय योजना बनाई जाए, तो होम लोन को सालों पहले खत्म किया जा सकता है और लाखों रुपये की बचत की जा सकती है।

हर महीने की बजाय हर 15 दिन में करें भुगतान

CA कौशिक ने बताया कि ज्यादातर लोग अपने 20 से 30 साल के होम लोन के टेन्योर को एक फिक्स या अपरिवर्तनीय चीज़ मान लेते हैं। लेकिन भुगतान (पेमेंट) करने Read more...

Entertainmentऔर पढ़ें  

बिग बॉस 19 से बाहर हुए शहबाज़ बदेशा ने शेयर किया अपना अनुभव



बिग बॉस 19 से हाल ही में बाहर हुए शहबाज़ बदेशा ने अपने घर के अंदर के अनुभव और बनाए गए रिश्तों के बारे में खुलकर बात की। जब उनसे पूछा गया कि वह किसे सपोर्ट करते थे, तो उन्होंने साफ कहा कि उनके लिए अमाल सबसे पसंदीदा कंटेस्टेंट थे। उन्होंने बताया, “अभिषेक मुझे बाहर से पसंद था, लेकिन घर में उसकी असलियत देखकर मैंने महसूस किया कि वह मेरे टाइप का नहीं है। अमाल मेरे टाइप का है।”

शहबाज़ ने यह भी बताया कि क्यों शहनाज़ गिल ने उनके लिए वोट अपील नहीं की। उनके अनुसार, “वो जानती थी कि अगर यह कही बाहर हो गया तो प्रॉब्लम हो जायेगी, मेरे लिए नहीं माँगा किसी और लिए माँगा, सब सब बराबर ही है।” उनकी बातें साफ-साफ दिखाती हैं कि उन्हें घर के अंदर की गेम डाइनामिक्स और रिश्तों की अच्छा समझ है।

अपने सफर के बारे में फैंस की निराशा पर बात करते हुए शहबाज़ ने कहा कि उन्होंने अपनी पूरी कोशिश की। “अगर आप निराश ह Read more...

ये पांच हैं सबसे कम हाइट वाले क्रिकेटर, जानिए कौन-कौन लिस्ट में शामिल

क्रिकेट के खेल में अक्सर लंबे-चौड़े तेज गेंदबाजों और ऊँचे कद के बल्लेबाजों का दबदबा देखने को मिलता है, लेकिन इस खेल के इतिहास में कई ऐसे दिग्गज भी हुए हैं जिन्होंने कम हाइट होने के बावजूद मैदान पर अपने असाधारण खेल से बड़ी छाप छोड़ी है। इन खिलाड़ियों ने यह साबित किया कि क्रिकेट में असली ऊँचाई हुनर, हिम्मत और अथक मेहनत से बनती है, न कि केवल शारीरिक कद या ताकत से।

यहाँ हम आपको विश्व क्रिकेट के पाँच सबसे कम हाइट वाले खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने अपनी छोटी हाइट होने के बावजूद वैश्विक पटल पर एक बड़ी पहचान बनाई:

दुनिया के 5 सबसे कम हाइट वाले क्रिकेटर

1. क्रूगर वैन विक – 4 फीट 9 इंच

  • देश: न्यूजीलैंड

  • भूमिका: विकेटकीपर बल्लेबाज दक्षिण अफ्रीका में जन्मे और न्यूजीलैंड के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले क्रूगर वैन विक को क्रिकेट के इतिहास में सबसे कम हाइट के खिलाड़ियों में से एक माना जाता ह Read more...

Lifestyle & Healthऔर पढ़ें  

8 घंटे की लगातार नींद नहीं है ज़रूरी? विशेषज्ञ बोले- दो चरणों में सोना भी हो सकता है फ़ायदेमंद! आप भी जानें

मुंबई, 5 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) सदियों से 8 घंटे की लगातार नींद को स्वस्थ जीवन की कुंजी माना जाता रहा है, लेकिन स्लीप एक्सपर्ट्स (नींद विशेषज्ञ) अब इस पारंपरिक सोच पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि हर किसी के लिए एक ही नियम लागू नहीं होता, और सोने को दो हिस्सों (Biphasic Sleep) में बाँटना—जो कि औद्योगिक क्रांति से पहले आम था—कुछ लोगों के लिए अधिक स्वाभाविक और आरामदायक हो सकता है।

😴 8 घंटे की अखंड नींद बनाम खंडित नींद

विशेषज्ञ बताते हैं कि सोने का पैटर्न एक 'वन-साइज-फिट्स-ऑल' समाधान नहीं है।
  • लगातार 8 घंटे की नींद (Monophasic Sleep): यह आज के औद्योगिक समाज में सबसे आम है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह शरीर को गहरी नींद (Deep Sleep) और आरईएम (REM) स्लीप चरणों से गुज़रने में मदद करता है, जो स्मृति, भावनात्मक संतुलन और शारीरिक मरम्मत के लिए सबसे अच्छे हैं। अधिकांश ल Read more...

AI एजेंट्स को प्रशिक्षित करने के लिए सिलिकॉन वैली ने बनाए Amazon और Gmail जैसे नकली प्लेटफॉर्म

मुंबई, 5 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) सिलिकॉन वैली की दिग्गज टेक कंपनियाँ, जिनमें Amazon, Google और Microsoft जैसे नाम शामिल हैं, अब एक नए और अभिनव तरीके से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एजेंट्स को प्रशिक्षित कर रही हैं। ये कंपनियाँ AI एजेंट्स को इंसानों की तरह डिजिटल दुनिया में नेविगेट करने और काम करने के लिए सिखाने हेतु Amazon और Gmail जैसे लोकप्रिय वेब प्लेटफॉर्मों की हूबहू नकली प्रतियां (replicas) बना रही हैं। इस कदम का उद्देश्य AI प्रणालियों को वास्तविक दुनिया की जटिलताओं के लिए तैयार करना है, ताकि वे बिना किसी वास्तविक उपयोगकर्ता या लाइव सिस्टम को जोखिम में डाले, सुरक्षित रूप से सीख सकें।

पारंपरिक AI प्रशिक्षण विधियाँ अक्सर व्यवस्थित (sanitized) डेटासेट पर निर्भर करती रही हैं, जो AI एजेंट्स को वेब इंटरैक्शन की अप्रत्याशित प्रकृति के लिए पूरी तरह तैयार नहीं कर पाती थीं। इस समस्या को हल करने के लिए, कंपनियाँ अब पूर्ण Read more...

You Should Knowऔर पढ़ें  

फैक्ट चेक: धीरेंद्र शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा का नहीं है जनसैलाब का ये वीडियो

बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों दिल्ली से वृंदावन तक 'सनातन एकता पदयात्रा' निकाल रहे हैं, जो 7 से 16 नवंबर तक जारी रहेगी। इस यात्रा में भक्तों की भारी भीड़ जुटने की खबरें सामने आ रही हैं। इसी बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें किसी खुले मैदान में जमा हुए जनसैलाब को देखा जा सकता है। वीडियो साझा करने वाले लोग इसे धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा की सफलता का संकेत बताते हुए कैप्शन लिख रहे हैं, “यह जन सैलाब किस बात का संकेत दे रहा है हिंदू पदयात्रा सफल हो…”। हालांकि, जयपुर वोकल्स फ़ैक्ट चेक की पड़ताल में यह दावा भ्रामक पाया गया है। वायरल हो रहा यह वीडियो धीरेंद्र शास्त्री की हालिया पदयात्रा का नहीं है, बल्कि यह किसी अन्य धार्मिक आयोजन से संबंधित एक पुराना वीडियो है।

सच्चाई की पड़ताल: “जयगुरुदेव” संस्था का है वीडियो

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले वीडियो में दिखने वाले व Read more...

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Kanpurvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.