कानपुर न्यूज डेस्क: शहर में सोमवार से बुधवार तक लाखों लोग जलसंकट का सामना करेंगे। गंगा बैराज स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की मुख्य पाइपलाइन को हटाने का काम सोमवार सुबह शुरू कर दिया गया, जिससे 25 मोहल्लों में जलापूर्ति ठप हो गई है। जलकल विभाग ने लोगों से अपील की है कि पानी का उपयोग बेहद संभलकर करें। विभाग ने बताया कि सप्लाई बहाल करने में तीन दिन लग सकते हैं। इस दौरान कंट्रोल रूम को अलर्ट पर रखा गया है और पानी के टैंकर मंगवाने के लिए हेल्पलाइन नंबर 9235553826 और 9235553827 जारी किए गए हैं।
गंगा बैराज स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से हर दिन करीब पांच करोड़ लीटर पानी की आपूर्ति होती है, जो दक्षिण के 50 मोहल्लों में जाती है। मेट्रो परियोजना के तहत 1500 मिमी व्यास की पेयजल लाइन को हटाया जा रहा है, जिसके कारण 16 से 18 दिसंबर तक दक्षिण क्षेत्र के 25 मोहल्ले, जिनमें बर्रा, शास्त्री चौक, निराला नगर, साकेत नगर, दादा नगर, और किदवई नगर शामिल हैं, जलसंकट की चपेट में रहेंगे।
साकेत नगर के निवासी रत्नीश जायसवाल ने बताया कि सुबह से पानी की सप्लाई बंद होने के कारण उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा और समय पर ऑफिस भी नहीं जा सके। बर्रा दो के निवासी अमित सिंह ने कहा कि तीन दिन तक पानी न मिलने से मुश्किलें बढ़ जाएंगी। वहीं, गुजैनी निवासी अंकित प्रजापति ने कहा कि पानी स्टोर किया था, लेकिन तीन दिन तक बिना पानी के रहना संभव नहीं है।
जलकल विभाग ने पार्षदों के सहयोग से प्रभावित इलाकों में पानी के टैंकर भेजने की व्यवस्था की है। जलकल के जीएम आनंद त्रिपाठी ने कहा कि सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि जलापूर्ति जल्द से जल्द सामान्य हो। प्रभावित इलाकों में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं।
तीन दिन तक पानी की कमी से कई मोहल्लों में मुश्किल हालात रहेंगे। प्रशासन ने लोगों से संयम बनाए रखने और पानी का जिम्मेदारी से इस्तेमाल करने की अपील की है। विभाग का कहना है कि स्थिति सामान्य करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।